हितोपदेश की रचना श्री नारायण पंडित ने की थी | श्री नारायण पंडित लिखित हितोपदेश भारत के प्राचीन लोक साहित्य का अमूल्य रत्न है| संसार के साहित्य में पशु पक्षियों की लोक कथाओ की शुरूआत हितोपदेश के साथ ही हुई थीI हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं। विभिन्न पशु- पक्षियों पर आधारित कहानियाँ इसकी खास-विशेषता हैं। रचयिता ने इन पशु-पक्षियों के माध्यम से कथाशिल्प की रचना की है।