"विजयनगर राज्य के महाराजा कृष्णदेव राय के दरबार में तेनालीराम का प्रथम स्थान था जो बुद्धिमान, राजनीतिज्ञ व चतुर व्यक्ति थे| तेनालीराम बहुत से कठिन प्रश्नों को अपनी बुद्धि के बल पर आसान बना दिया करते थे| इस किस्से में हम तेनालीराम की कहानियाँ देख सकते हैं जो हमें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करती हैं|"